क्या टाइम ट्रेवल वास्तव में संभव है?

क्या आपने कभी यह सोचा था कि आप अपने बिताए हुए समय में वापसी भी कर सकते हैं। और देख सकते हैं कि मिस्रियों ने पिरामिडों का निर्माण कैसे किया था? या यह भी हो सकता है कि समय पर आगे बढ़ें और आप देख पाएं कि अब से दस साल बाद आप कहां होंगे? यदि टाइम ट्रेवल संभव होता तो इतिहास फिर कभी भी पहले जैसा नहीं होता। वहीं, अगर हम किसी और से इस बारे में बात करें तो ज्यादातर लोग टाइम ट्रैवल को सिर्फ और साइंस फिक्शन बताकर टाल देते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि टाइम ट्रैवल की थ्योरी को पूरी तरह से विज्ञान भी नकार नहीं पाया है। तो चलिए इसे विस्तारपूर्वक समझते हैं,

टाइम ट्रेवल क्या होता है?

टाइम ट्रेवल, एक ऐसी अवधारणा है, जिसके मुताबिक, समय में विभिन्न बिंदुओं के बीच ठीक उसी तरह से संचलन किया जा सकता है। जिस प्रकार अंतरिक्ष के विभिन्न बिंदुओं के बीच भ्रमण हो सकता है।

टाइम ट्रेवल कैसे संभव है?

बराक शोशनी के मुताबिक टाइम ट्रैवल ऐक ऐसा विरोधाभास हैं, जिन्हें नोविकोव का अनुमान हल नहीं कर सकता। यह हमें एक वर्ग में वापस ले जाता है, क्योंकि सिर्फ एक विरोधाभास को खत्म करना भी मुमकिन नहीं है। तो फिर यहां टाइम ट्रैवल तार्किक रूप से असंभव है।

साइंस फिक्शन में टाइम ट्रैवल और समानांतर टाइमलाइन तकरीबन एकसाथ ही चलते हैं, लेकिन अब हमारे पास भी इस बात का सबूत है कि उन्हें वास्तविक विज्ञान में भी साथ कदम मिलाने चाहिए।

हम भौतिक शरीर के साथ टाइम ट्रेवल कैसे कर सकते हैं?

आपने अगर कुछ सुपर डुपर हिट हुई हॉलीवुड फिल्में देखी होगी तो आपको टाइम ट्रेवल का अंदाजा जाएगा। हॉलीवुड की कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों में टाइम ट्रेवल को बड़े ही अनोखे अंदाज में दर्शाया गया है। जिसे देख कर यह सवाल खड़ा होता है कि क्या हकीकत में भी टाइम ट्रेवल को अंजाम देना संभव है? क्या आने वाले कुछ ही सालों में हम टाइम ट्रेवल को हकीकत में बदलने के लिए हम टाइम मशीन बना सकते हैं? अगर हां तो फिर कैसे? लंबे समय से ही टाइम ट्रेवल की अवधारणा भौतिक वैज्ञानिकों के साथ-साथ सामान्य लोगों को भी रोमांचित कर रही है। मशहूर वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने सन 1905 में सापेक्षतावाद का सिद्धांत देते हुए बताया था कि ब्रह्मांड टाइम और स्पेस चादर के रूप में एक-दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं। गुरुत्वाकर्षण बल के प्रभाव से ये चादर नीचे की ओर मुड़ जाती है और समय रेखा में एक बदलाव देखने को मिलता है। आधुनिक वैज्ञानिकों ने भी इसी सिद्धांत के आधार पर टाइम ट्रेवल करने के कई तरीकों की खोज की है, जिनका इस्तेमाल कर टाइम ट्रेवल को हकीकत का रूप देना मुमकिन हो सकता है।

टाइम ट्रेवल करना कैसे संभव है ?

तो दोस्तों वैज्ञानिकों की मानें तो नीचे कुछ तरीके बताए गए हैं। निनके जरिए समय यात्रा (टाइम ट्रेवल) करना संभव हो सकता है?

वर्म होल (Wormhole)

कई वैज्ञानिकों का यह दवा है कि वर्म होल के जरिए समय यात्रा की जा सकती है। वर्म होल टाइम और स्पेस की चादर में मौजूद विकृति है। इसे हम आसान भाषा में कहें तो वर्म होल अंतरिक्ष के दो हिस्सों के बीच की एक सुरंग है, जो दो अलग-अलग जगहों को एक साथ जोड़ देती है। हॉलीवुड की दो लोकप्रिय फिल्म इंटरस्टेलर और स्टार ट्रेक में वर्म होल की अवधारणा को ही बताया गया है।

कॉस्मिक स्ट्रिंग (Cosmic Strings)

कॉस्मिक स्ट्रिंग भी एक तरह की कॉस्मिक ट्यूब है, जिसके भीतर ऊर्जा भरी हुई होती है। इसके अंदर के पदार्थ काफी ज्यादा सघन होने के कारण कॉस्मिक स्ट्रिंग समय और स्पेस की चादर को बड़ी ही आसानी से मोड़ती है।

ब्लैक होल (Black Hole)

ब्रह्मांड के सबसे सघन ऑब्जेक्ट में से एक ब्लैक होल ही होते हैं। अत्यधिक गुरुत्वाकर्षण बल के कारण ये अंतरिक्ष में फैले टाइम और स्पेस की चादर में बड़ा सुराख करते हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक ब्लैक होल के क्षितिज के पास टाइम काफी धीमा चलता है। अगर कोई ऐसा यान बनाया जाए जो ब्लैक होल के क्षितिज का चक्कर लगाकर वापस आए तो यान में सफर करने वाला व्यक्ति टाइम ट्रेवल कर पाएगा।

अनंत सिलेंडर (infinite cylinder)

मशहूर वैज्ञानिक फ्रैंक टिपलर ने इस सिद्धांत को सामने रखते हुए कहा था कि अगर हम सूर्य के दस गुना ज्यादा वजन के किसी भी पदार्थ को लाखों बार लपेट कर एक लंबी वा सघन सिलेंडर में बदलकर उसे तेजी से घुमाएं, तो इसके जरिए भी हम टाइम ट्रेवल कर पाएंगे। किंतु, यहां इस बात का ध्यान रहे कि इस सिद्धांत के अनुसार सिलेंडर का आकार असीमित या अनंत होना भी जरूरी है। यहां वैज्ञानिकों ने एक तर्क यह भी दिया है की भले ही ये सैद्धांतिक स्तर पर ठीक है। लेकिन प्रायोगिक स्तर पर ये असंभव ही है।

टाइम ट्रेवल मशीन कैसे बनाई जा सकती है?

टाइम ट्रैवेलिंग के पीछे रिसर्च करते हुए एक जुनूनी एक शख्स ने टाइम ट्रेवल के लिए मशीन बनाने की टेक्नोलॉजी हासिल करने का दावा किया है। जिसके ज़रिये भूतकाल में जाना मुमकिन है। बस यहां दिक्कत यह है कि एक बार कोई इंसान टाइम ट्रेवल करते हुए अपने भूतकाल मे चला गया, तो मुड़कर वापस कभी  नहीं पाएगा। Alex Polischuk नाम के शख्स के दावे के मुताबिक बहुत सारा पैसा लगाकर एक ऐसी मशीन बनाई जा सकती है, जो इंसान को भूतकाल में ले जाएं।

8 अरब में बनेगी टाइम ट्रैवेल मशीन

डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार फेसबुक पर टाइम ट्रैवेलिंग के जुनूनी लोगों का एक ग्रुप है। इस ग्रुप में कुल 32 हज़ार लोग शामिल हैं। ग्रुप में मौजूद आरोन योहानन (Aaron Yohannan) नाम के एक शख्स ने काफी रिसर्च करते हुए यह जाना कि आखिर किन चीज़ों को मिलाकर टाइम ट्रैवेलिंग मशीन बना सकते है? इस शख्स के जवाब में एलेक्स ने कहा भारी-भरकम बजट में ऐसी मशीन बन रही है, जिसे £90 मिलियन यानि 8 अरब 18 करोड़ 6 लाख 91 हज़ार 300 रुपये में बनाया जा सकता है। इस शख्स ने टाइम ट्रैवलिंग मशीन के बारे में अधिक जानकारी देते हुए मशीन की टेक्नोलॉजी और मटीरियल्स के बारे में भी जानकारी दी है।

कैसे बनाई जाएगी टाइम ट्रैवलिंग मशीन?

टाइम ट्रैवलिंग मशीन बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले मटीरियल्स में सुपरकंडक्टिंग मैग्नेट्स, बिना बूस्टर्स और सोफेस्टिकेटेड कम्युनिकेशन सिस्टम के एक स्पेसशिप चाहिए। मैग्नेट का इस्तेमाल करने से एनर्जी उत्पन्न होगी। Alex Polischuk ने इस पूरी थ्योरी को लेकर आगे कहां की इससे सिर्फ बीते हुए वक्त में जाना ही मुमकिन होगा लेकिन वहां से वापसी का कोई भी रास्ता नहीं है। इसलिए सिर्फ वह लोग ही इस मशीन का इस्तेमाल कर सकते हैं जिन्हें वापस लौटने की तमन्ना नहीं हो।

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